उसको देख कर मैं फिर बेहाल था क्या? और उसका भी यही सवाल था क्या? हम पास होकर भी क्यों उसको देख कर मैं फिर बेहाल था क्या? और उसका भी यही सवाल था क्या? हम पास होक...
ये समय है साहब कोविड १९ से दिखा गया जीवन की सच्चाई। ये समय है साहब कोविड १९ से दिखा गया जीवन की सच्चाई।
दुख हों चाहे सुख हों, अपनी आँखों से न व्यर्थ छलकाओ। दुख हों चाहे सुख हों, अपनी आँखों से न व्यर्थ छलकाओ।
त्रिवेणी' बना शान, रोता जो समय खोया। त्रिवेणी' बना शान, रोता जो समय खोया।
जैसे चाँद से चाँदनी, वो मुझ से संयुक्त थी।... ऐसा कौन कह रहा है और किसके बारे में...? सोचिए जरा...!... जैसे चाँद से चाँदनी, वो मुझ से संयुक्त थी।... ऐसा कौन कह रहा है और किसके बारे म...
तितली से मिल के, तितली से मिल के,